Details, Fiction and sidh kunjika



देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः

श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः

किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तरशत नाम्स्तोत्रम्

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः

न तस्य जायते सिद्धिररण्ये रोदनं यथा।।

पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा॥

अति गुह्यतरं देवि देवानामपि दुर्लभम् ॥ ३ ॥

इस पाठ के करने से अष्टसिद्धियां प्राप्त होती हैं.

मौसम मुंबई का मौसमजयपुर का मौसमनई दिल्ली का मौसमलखनऊ का मौसमनोएडा का मौसम

श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति दशमोऽध्यायः

मां दुर्गा की पूजा-पाठ में शुद्धता का विशेष ध्यान रखें. सुबह-शाम जब भी आप ये पाठ करें तो स्नान के बाद साफ वस्त्र धारण करें और फिर इसे शुरू करें.

भ्रां भ्रीं भ्रूं भैरवी भद्रे more info भवान्यै ते नमो नमः।।

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